raksha bandhan poem : रक्षाबंधन पर पढ़ें दिल को छू जाने वाली कविता, जिसमें भाई-बहन के अनमोल रिश्ते और प्यार की अनोखी बातें खूबसूरती से बयान की गई हैं। इस खास मौके पर अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोइए!
raksha bandhan poem : रक्षाबंधन: प्यार और विश्वास का त्योहार
रक्षाबंधन सिर्फ एक धागा बांधने का त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्यार, विश्वास और अनमोल बंधन का जश्न है। यह पर्व हर साल हमें याद दिलाता है कि रिश्तों में भरोसा और स्नेह सबसे बड़ा उपहार है।
स्नेह की डोरी

रक्षाबंधन की डोरी में बंधा है स्नेह अपार,हर उलझन में बहन बन जाती है भाई की दीवार।
प्यार भरा वादा

राखी की एक रस्म में छुपा है प्यार गहरा,
भाई देता है जीवनभर साथ निभाने का वादा सच्चा।
बचपन की यादें

कभी लड़ाई, कभी दोस्ती, कभी रूठना-मनाना,
बचपन की वो मीठी बातें दिल में रह जाना।
मां के हाथों की मिठास

मां के हाथों से सजी थाली, राखी, रोली-चावल,इस त्योहार में मिलती है घर की रूठी मिठास।
मुस्कान भरी राखी

भाई की कलाई पर सजे राखी की मुस्कान,बहन के चेहरे पर खुशी और आँखों में अरमान।
सदा साथ निभाना

रक्षाबंधन की ये डोर रहे सदा सलामत,हर मुश्किल में भाई-बहन रहें साथ-साथ।
उपहार से ज्यादा प्यारा रिश्ता

रिश्ते की मिठास किसी उपहार से बढ़कर,रक्षा की डोर में बंधे हैं दोनों एक-दूजे को समझकर।भाई और बहन का नाता है सबसे खास।
फासलों को मिटाए राखी

चाहे रहो दूर या पास हो दो दिलों के बीच,राखी की डोर हर फासले को कर देती है खत्म।भाई और बहन का नाता है सबसे खास।
दुआओं का बंधन

बहन की दुआओं में छुपा है भाई की तरक्की का राज,भाई के सिर पर बहन का साया रहे हमेशा साथ।भाई और बहन का नाता है सबसे खास।
रिश्ते का उत्सव

रक्षाबंधन मनाएं, लाएं रिश्तों में मिठास,भाई और बहन का नाता है सबसे खास।