Dussehra Diwali 2025″2025 में दशहरा और दीवाली का जश्न बनेगा यादगार, रावण दहन में मिलेगा नया अनुभव, जाने इस साल के त्योहार की खास बातें, परंपराएं और सरप्राइज ऑफर्स जो हर परिवार के लिए हैं खास!”
Dussehra Diwali 2025″इस बार का दशहरा-दीवाली: रावण दहन से लेकर दीये की रौशनी तक – जानिए कैसे बनेगा 2025 का त्योहार बेहद स्पेशल!”
दशहरा 2 अक्टूबर को और दीवाली 20-21 अक्टूबर 2025 को पूरे भारत में खास उत्साह के साथ मनाई जाएगी रावण दहन से लेकर दीपों की रौशनी तक हर पल रहेगा यादगार
त्योहार की तारीख और समय

इस साल दशहरा 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा, रावण दहन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में शाम 6:30 से रात 8:30 बजे रहेगा.
धार्मिक महत्व
दशहरा भगवान राम की रावण पर विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है, जो सत्य, धर्म और इंसानियत के लिए प्रेरणादायक है.
रावण दहन की परंपरा
रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले बनाकर उनका दहन किया जाता है,
जो आंतरिक बुराइयों जैसे काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि को त्यागने का संदेश देता है.
दीवाली की तैयारी
दशहरे के बाद से पूरे देश में दीवाली की तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं—घर सजाना,
दीपक जलाना, नए कपड़े और मिठाइयों का
आदान-प्रदान प्रमुख गतिविधियाँ हैं.
सांस्कृतिक आयोजन
रामलीला के भव्य मंचन, मेले और सामूहिक पूजा भारत के हर राज्य और शहर में खास तौर पर
आयोजित किए जाते हैं, जिससे त्योहार का अनुभव और भी स्पेशल हो जाता है.
शुभ योग और पूजन
इस वर्ष दशहरा के दिन रवि योग और सुकर्मा योग बन रहे हैं, जो पूजा, वाहन खरीद और नए
कामों की शुरुआत के लिए अति शुभ माने जाते हैं.
जीवन में सीख
ये पर्व हमें सिखाता है कि जीवन के हर क्षेत्र में अंततः अच्छाई की जीत होती है, और हर किसी को
अपने भीतर की बुराइयों का दहन करना चाहिए.