सेना अधिकारी अवैध संबंध मामला 2025 में भारतीय सेना के एक कर्नल को दूसरे कर्नल की पत्नी के साथ अवैध संबंध बनाने के आरोप में कोर्ट मार्शल के बाद सेवा से बर्खास्त किया गया। इस मामले ने सेना की अनुशासन और नैतिकता की मिसाल कायम की।
सेना अधिकारी अवैध संबंध मामला अवैध संबंध के कारण सेवा से बर्खास्त कर्नल का कोर्ट मार्शल और आरोपों की विस्तृत समीक्षा जो की समिति द्वारा की गई।
#सेना अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत 2025 में दूसरे कर्नल की पत्नी के साथ अवैध संबंध रखने के मामले में भारतीय सेना के एक कर्नल को दोषी करार दिया गया। कोर्ट मार्शल प्रक्रिया में आरोपी को सेवा से बर्खास्तगी की सजा सुनाई गई, जो सेना की अनुशासन व्यवस्था की कड़ी मिसाल है।
मामला क्या है

सेना के एक कर्नल ने अपने साथी कर्नल की पत्नी के साथ अवैध संबंध बनाए। शिकायत आने पर केस दर्ज हुआ और जांच शुरू हुई।
आरोप और समय सीमा
कर्नल पर सितंबर 2021 से अगस्त 2022 के बीच कई बार साथी
अधिकारी की पत्नी से संपर्क रखने और
साथ में होटल ठहरने का आरोप था।
कोर्ट मार्शल प्रक्रिया
मामले की सुनवाई सेना के जनरल कोर्ट मार्शल (GCM)
में की गई, जिसमें 8वीं माउंटेन डिवीजन और
प्रमुख अधिकारियों की निगरानी रही।
साक्ष्य और गवाहियाँ
शिकायतकर्ता पति ने मोबाइल कॉल डिटेल्स और गवाहों
के बयान कोर्ट को प्रस्तुत किए। आरोपी
कर्नल को कई आरोपों में दोषी पाया गया।
आरोपी कर्नल की सफाई
आरोपी ने कुछ आरोपों से इन्कार किया और कहा कि उसकी पत्नी
को अपने निर्णय लेने का अधिकार है।
इस दावे पर कोर्ट ने भी विचार किया।
सजा और बर्खास्तगी
सेना ने कर्नल को दोषी पाते हुए उसे सेवा से बर्खास्त कर
दिया और अन्य सख्त दंडात्मक कदम उठाए।
सेना के अनुशासन पर प्रभाव
यह मामला सेना में अनुशासन और
नैतिकता की अहमियत को दर्शाता है,
जिससे भविष्य में ऐसे मामलों
के लिए कड़ी चेतावनी मिली।





