YouTube के सच्चे हीरो Jawed Karim की अनसुनी कहानी जानिए, जिन्होंने अपनी दूरदृष्टि और संघर्ष से दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो शेयरिंग साइट की नींव रखी। पढ़िए कैसे एक साधारण बैकग्राउंड से उठकर Jawed Karim ने इंटरनेट की दुनिया में क्रांति ला दी और ‘Me at the zoo’ से इतिहास रच दिया।
Jawed Karim : उस युवक की प्रेरणादायक यात्रा, जिसने YouTube बनाकर इंटरनेट की दुनिया बदल दी — जानिए उन संघर्षों और विचारों के बारे में, जो उन्हें सच्चा हीरो बनाते हैं।
Jawed Karim का जन्म 28 अक्टूबर 1979 को पूर्वी जर्मनी (Merseburg, East Germany) में हुआ। उनके पिता बांग्लादेशी और मां जर्मन हैं। बचपन में ही उनका परिवार नस्लभेद के कारण पहले पश्चिम जर्मनी और फिर 1992 में अमेरिका के मिनेसोटा शहर आ गया। अपनी नई जिंदगी की चुनौतियों को स्वीकारते हुए Jawed ने पढ़ाई में ध्यान दिया और कंप्यूटर साइंस की गहरी रुचि दिखाई।
शिक्षा और शुरुआती संघर्ष

Jawed ने Saint Paul Central High School से ग्रेजुएशन किया और Illinois विश्वविद्यालय (University of Illinois at
Urbana-Champaign) से कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई शुरू की।
इसी दौरान उन्होंने Silicon Graphics Inc. में इंटर्नशिप की
और 3D डेटा प्रोजेक्ट्स पर काम किया। लेकिन वे पढ़ाई बीच में छोड़कर PayPal में काम करने चले गए, जहाँ उनकी
मुलाकात Steve Chen और Chad Hurley से हुई। बाद में उन्होंने वापस पढ़ाई की और डिग्री पूरी की।
YouTube की शुरुआत: आइडिया से क्रांति तक
PayPal में काम करते वक्त Jawed को महसूस हुआ कि इंटरनेट पर वीडियो शेयरिंग बहुत मुश्किल थी।
2005 में – SteveChen और Chad Hurley के साथ —
उन्होंने YouTube की शुरुआत की। शुरुआत में YouTube का कॉन्सेप्ट एक वीडियो
डेटिंग साइट था, लेकिन जल्दी ही उसे ओपन प्लेटफॉर्म बना दिया गया
जहाँ कोई भी आसानी से वीडियो शेयर कर सकता था।
सबसे पहला YouTube वीडियो, “Me at the zoo”,
Jawed Karim ने 23 अप्रैल 2005 को अपलोड किया — आज यह
इंटरनेट के इतिहास का हिस्सा है।
संघर्ष, समझौता और सफलता
YouTube में स्थापना के बाद भी Jawed Karim ने एक्टिव रोल लेने की बजाय आगे की पढ़ाई चुन ली और Stanford
University से मास्टर्स डिग्री ली। वे कंपनी में सलाहकार के रूप में जुड़े रहे;
इसी वजह से उन्हें अन्य को-फाउंडर्स (Hurley,
Chen) की तुलना में कम शेयर मिला — लेकिन जब Google ने YouTube को 2006 में खरीदा, तब भी Jawed को करीब
137,000 गूगल स्टॉक्स (लगभग $64 मिलियन) मिले।
विचार, विनम्रता और प्रेरणा
Jawed Karim कभी लाइमलाइट में नहीं आए;
हमेशा काम और आइडिया को पहला स्थान दिया।
उनका मानना था कि:
समस्याओं में सॉल्यूशन का मौका होता है।
रिस्क लेना और खुद पर भरोसा करना जरूरी है।
असफलता दरअसल नयापन और सीखने का रास्ता है।
आज भी वे इनोवेशन, निवेश और नई तकनीकों को सपोर्ट करते हैं —
और दुनिया भर के उद्यमियों के लिए एक मिसाल बने
हुए हैं।
निष्कर्ष: असली हीरो की प्रेरणा
Jawed Karim की कहानी यही दिखाती है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी हों, सही सोच,
इनोवेशन और धैर्य से कोई भी दुनिया
बदल सकता है। उन्होंने दुनिया को YouTube जैसा प्लेटफॉर्म दिया,
जहां करोड़ों लोग अपनी कहानी सुना रहे हैं, सीख रहे हैं
, और अपनी पहचान बना रहे हैं। उनका सफर हरेक नौजवान के लिए प्रेरणा है
कि ज़िंदगी के संघर्ष创新 और लैब से लेकर
ग्लोबल लेवल तक लीडरशिप — सब कुछ संभव है।