बिलासपुर ट्रेन हादसा मेमू ट्रेन द्वारा लाल सिग्नल पार कर मालगाड़ी से हुई भयंकर टक्कर, जिसमें 8 लोगों की मौत और कई घायल हुए। रेलवे प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया है।
बिलासपुर ट्रेन हादसा मेमू ट्रेन का खतरनाक लाल सिग्नल पार करके मालगाड़ी से टकराव, постहादसे में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
#बिलासपुर ट्रेन हादसा में मेमू ट्रेन का लाल सिग्नल पार करके मालगाड़ी से टकराव हुआ, जिससे मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। यह हादसा छत्तीसगढ़ में हुआ और इसमें कई लोग घायल भी हुए हैं।
हादसे का विवरण

4 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मेमू ट्रेन ने लाल सिग्नल पार कर एक स्थिर मालगाड़ी से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मेमू ट्रेन का पहला डिब्बा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
मृतकों और घायल
हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हुए। कई घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
राहत एवं बचाव कार्य
रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने मौके पर राहत
एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। घायलों को तुरंत प्राथमिक
चिकित्सा प्रदान की जा रही है और गंभीर
रोगियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
हादसे का संभावित कारण
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मेमू ट्रेन के लोको
पायलट ने लाल सिग्नल पार किया, जिससे यह
भयंकर टक्कर हुई। अभी आगे की जांच जारी है।
रेलवे का बयान
भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख
रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये तक
का मुआवजा देने की घोषणा की है। रेलवे ने
हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
परिचालन की स्थिति
ट्रेन द्वारा सिग्नल पार करने के कारण ट्रैक पर रुकावट आई थी,
जिसे जल्द ही हटाकर रेल परिचालन सामान्य कर
दिया गया है। वैकल्पिक रूट से ट्रेनों का परिचालन भी चालू है।
सामाजिक एवं राजनीतिक प्रभाव
यह दुर्घटना क्षेत्र के लोगों में गहरी चिंता और शोक
की लहर लेकर आई है। दुर्घटना के कारणों और भविष्य
में सुरक्षा प्रबंधन को सुधारने के
लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।





