छठ महापर्व स्वच्छता अभियान छठ महापर्व 2025 में बिहार सरकार और स्थानीय प्रशासन ने स्वच्छता अभियान को बड़ी प्राथमिकता दी है। घाटों की सफाई, सुरक्षा, और पूजा के सुचारू आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। बिहार में नीतीश कुमार ही NDA का चेहरा बने रहेंगे, जबकि बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस संबंध में महत्वपूर्ण बयान दिया है।
छठ महापर्व स्वच्छता अभियान स्थानीय प्रशासन का छठ पूजा के सुचारू आयोजन में योगदान
स्थानीय प्रशासन छठ महापर्व के दौरान घाटों की स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखता है, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और पवित्र वातावरण मिले। यह अभियान घाटों पर कूड़ा-करकट के वैज्ञानिक निस्तारण और साफ-सफाई के विशेष प्रबंधों के माध्यम से आयोजित होता है।
छठ महापर्व और स्वच्छता अभियान

बिहार सरकार ने छठ पूजा के दौरान घाटों की सफाई, सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया। श्रद्धालुओं को स्वच्छ और सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए।
प्रशासनिक तैयारियां
पटना सहित अन्य जिलों में घाटों एवं तालाबों पर सुरक्षा कर्मी, मेडिकल शिविर, गोताखोर और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई। ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई ताकि पूजा सुचारू रूप से हो सके।
नीतीश कुमार का नेतृत्व
राजनीतिक रूप से यह तय हुआ है कि नीतीश कुमार ही बिहार में NDA का चेहरा रहेंगे।
उनके नेतृत्व में राज्य की विकास और
सांस्कृतिक आयोजनों को बल मिला है।
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद का बयान
बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार के नेतृत्व की प्रशंसा
करते हुए कहा कि बिहार की राजनीति में उनका महत्व कायम रहेगा
और वह NDA की ताकत बने रहेंगे।
छठ महापर्व के धार्मिक और सामाजिक महत्व
छठ महापर्व सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता
और सांस्कृतिक समृद्धि का पर्व है, जो लोगों को एकजुट करता है
और पर्यावरण संरक्षण का सन्देश देता है।
आर्थिक प्रभाव
छठ पूजा 2025 ने लगभग 50000 करोड़ रुपये के व्यापार को उत्पन्न करके राज्य
की त्योहारी अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है,
जिससे स्थानीय व राष्ट्रीय व्यापारी लाभान्वित हुए।
लोगों की भागीदारी और उत्साह
श्रद्धालुओं और स्थानीय समाज की सक्रिय भागीदारी ने इस महापर्व को सफल बनाया।
स्वच्छता अभियान में जनसमुदाय की सहभागिता ने
त्योहार की भव्यता को बढ़ाया है।





