PM Vishwakarma ट्रेनिंग में शामिल होकर रोजाना ₹500 का स्टाइपेंड पाएं। 2025 में अपनी कारीगरी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएं और आर्थिक रूप से सशक्त बनें।
PM Vishwakarma ट्रेनिंग कार्यक्रम के तहत आपको मिलेगा व्यावहारिक कौशल विकास
#पीएम विश्वकर्मा ट्रेनिंग कार्यक्रम के तहत आपको व्यावहारिक कौशल विकास मिलेगा, जिसमें पारंपरिक कारीगरी और आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण शामिल है।
यह ट्रेनिंग आपको ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड भी देती है, साथ ही सफल प्रशिक्षण के बाद ₹15,000 का टूलकिट और बिना गारंटी के लोन लेने का मौका भी मिलता है।इस प्रशिक्षण में युवाओं को विभिन्न उद्योगों से जुड़े व्यावहारिक कौशल सिखाए जाते हैं, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, ऑटोमोबाइल, प्लंबिंग, वेल्डिंग, और अन्य तकनीकी क्षेत्र। यह प्रशिक्षण न केवल तकनीकी ज्ञान पर आधारित होता है, बल्कि इसमें काम के व्यावहारिक अनुभव पर भी जोर दिया जाता है। इसी वजह से प्रशिक्षु तैयार होकर सीधे रोजगार या स्वरोजगार के लिए सक्षम बनते हैं।
परिचय

PM Vishwakarma पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों को सरकार द्वारा तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
प्रशिक्षण का लाभ
इस योजना के तहत नियमित ट्रेनिंग दी जाती है जिससे कारीगर अपनी कला में निपुण बनते हैं और बेहतर रोजगार पाते हैं।
स्टाइपेंड सुविधा
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को ₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड दिया जाता है, जो उन्हें आर्थिक मदद प्रदान करता है।
पंजीकरण प्रक्रिया
सरकारी वेबसाइट या CSC केंद्र पर जाकर आसानी से पंजीकरण करें और
डिजिटल आईडी व प्रमाणपत्र प्राप्त करें।
प्रशिक्षित होने के बाद
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आपको टूलकिट, प्रमाणपत्र और बिना गारंटी के
लोन प्राप्त होने का मौका मिलता है।
पात्रता मानदंड
18 साल से ऊपर के कारीगर जो पारंपरिक व्यवसाय में लगे हैं,
इस योजना के लिए पात्र होते हैं।
भविष्य की संभावनाएं
इस योजना से लाभान्वित होकर आप स्वरोजगार स्थापित कर सकते हैं और अपनी कला को एक
सफल व्यवसाय में बदल सकते हैं।










