लखीसराय विधानसभा एनडीए कोर वोटर चुनाव 2025 में एनडीए अपनी कोर वोटर रणनीति को मजबूत कर रहा है, जबकि महागठबंधन भी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सक्रिय है।
लखीसराय विधानसभा एनडीए कोर वोटर विजय कुमार सिन्हा की मजबूत रणनीति और एनडीए की एकजुटता चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
#लखीसराय विधानसभा सीट पर एनडीए के विजय कुमार सिन्हा की मजबूत रणनीति और एकजुटता चुनाव का निर्णायक पहलू हो सकती है। उनके नेतृत्व में एनडीए को कोर वोटरों से मजबूत समर्थन मिल रहा है, जिससे महागठबंधन को कड़ी टक्कर मिल रही है।लखीसराय विधानसभा सीट पर एनडीए के प्रत्याशी और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की रणनीति और एनडीए की एकजुटता चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। प्रारंभिक चुनौतियों और अफवाहों के बावजूद, विजय सिन्हा ने अपने विरोधियों के सारे दावे खारिज करते हुए मतदाताओं के बीच एक मजबूत एकता का संदेश दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री अमित शाह जैसे बड़े नेताओं का उनका समर्थन भी उनकी स्थिति को और मजबूत करता है।
चुनावी पृष्ठभूमि

लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर है। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने पिछले तीन चुनाव लगातार जीते हैं।
एनडीए की रणनीति
एनडीए ने अपने कोर वोटर बेस को एकजुट करने पर
खासा जोर दिया है। विजय सिन्हा ने चुनावी
अफवाहों का जवाब रणनीति और संवाद से दिया।
महागठबंधन की ताकत
महागठबंधन भी वोटरों को लुभाने में जुटा है
और इस सीट पर अपनी सेंधमारी की
रणनीतियों को लागू कर रहा है।
जातीय समीकरण
यह सीट स्थानीय जातीय समीकरण और राजनीतिक
समीकरण के लिहाज से महत्वपूर्ण है, जहां
भूमिहार, यadav और अन्य जातियों का प्रभाव है।
नेतृत्व का प्रभाव
विजय कुमार सिन्हा की मजबूत छवि और मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार का समर्थन एनडीए को फायदा दे रहा है।
सामाजिक प्रभाव
इस चुनाव के नतीजे बिहार की राजनीति में जातिवाद
और सामाजिक गठबंधनों को भी प्रभावित करेंगे।
चुनाव नतीजे का महत्व
लखीसराय की सीट पर चुनाव परिणाम राजनैतिक माहौल
को दिशा देंगे और बिहार विधानसभा का संतुलन तय करेंगे।





