Jeetendra : Jeetendra ने अपने अनकहे संघर्ष, जुनून और मेहनत से बॉलीवुड के सुपरस्टार का मुकाम हासिल किया। जानिए उनके जीवन की प्रेरक यात्रा, चुनौतियों और सफलता की कहानी जो हर सपने देखने वाले को प्रेरित करती है।
Jeetendra : संघर्ष से सुपरस्टार बनने तक: Jeetendra की जिंदगी का प्रेरणादायक सफर और बॉलीवुड में उनकी पहचान
बॉलीवुड में उनकी पहचान Jeetendra, जिन्हें Jumping Jack के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय सिनेमा के सबसे अनुकरणीय और ऊर्जावान अभिनेताओं में से एक हैं। उनका जीवन और करियर एक ऐसे अभिनेता की कहानी है जिसने कठिनाइयों, रिजेक्शन और चुनौतियों को पार कर सुपरस्टारडम हासिल किया।
शुरुआती जीवन और संघर्ष

Jeetendra का जन्म 7 अप्रैल 1942 को मुंबई में हुआ था। असली नाम रवि कपूर।
उनका परिवार गहनों के व्यवसाय से जुड़ा हुआ था लेकिन Jeetendra का मन एक्टिंग में ज्यादा था।
शुरू में उन्होंने फिल्मों में छोटे-मोटे रोल निभाए और संघर्ष करते रहे।
ब्रेक और सुपरस्टारडम
Jeetendra को पहला बड़ा ब्रेक फिल्म ‘गीत गोया पत्थरों ने’ (1964) में मिला, लेकिन असली पहचान फिल्म ‘फर्ज’ (1967) से बनी।
“मस्त बहारों का मैं आशिक” गाने में उनका डांसिंग स्टाइल दर्शकों को खूब पसंद आया और उन्होंने बॉलीवुड में ‘Jumping
Jack’ की एक नयी पहचान बना दी।
इसके बाद Jeetendra ने ‘कारवां’, ‘हमजोज’, ‘फूल बने अंगारे’, ‘ज्योति’, ‘हिम्मतवाला’, ‘तोहफा’, ‘मवाली’, ‘दूल्हा बिकता है
‘ जैसी फिल्मों में लगातार सुपरहिट परफॉर्मेंस दी।
मेहनत, अनुशासन और स्टाइल
Jeetendra की सबसे बड़ी खासियत रही उनका अनुशासन और डेडिकेशन।
वे शूटिंग के लिए हमेशा वक्त पर पहुंचते, फिटनेस का खास ध्यान रखते।
सफेद जूते और स्टाइलिश अवतार उनकी पहचान बन गया।
हिट पेयरिंग्स और विरासत
ने Sridevi और Jaya Prada के साथ दर्जनों सुपरहिट फ़िल्में दीं।
उनकी जुगलबंदी वाली फ़िल्में आज भी टीवी पर बार-बार देखी जाती हैं।
उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और Balaji Telefilms के चेयरमैन बनकर टेलीविज़न इंडस्ट्री में भी नई पहचान बनाई।
प्रेरणा
की यात्रा यह साबित करती है कि अनुशासन, मेहनत और कभी हार न मानने का जज्बा किसी भी आम इंसान को असाधारण बना सकता है। वे आज भी अपने कर्म, प्रेरणा और ऊर्जा के लिए जाने जाते हैं।