राफेल मेटेओर मिसाइ लराफेल राफेल फाइटर जेट में माउंटेड मेटेओर मिसाइल भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता को कई गुना बढ़ाएंगी। 200 किलोमीटर की लंबी रेंज और अत्याधुनिक तकनीक के साथ यह मिसाइल दुश्मन के विमान को मिनटों में खत्म कर सकती है।
राफेल मेटेओर मिसाइ लराफेल राफेल फाइटर जेट और मेटेओर मिसाइल भारतीय वायुसेना की नई घातक जोड़ी
#राफेल फाइटर जेट और मेटेओर मिसाइल भारतीय वायुसेना की ताकत को बढ़ाते हुए दुश्मनों के लिए एक घातक कॉम्बो साबित हो रहे हैं। ये मिसाइलें 200 किलोमीटर तक निशाना साध सकती हैं, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा और प्रभावी होगी।राफेल फाइटर जेट और मेटेओर मिसाइल भारतीय वायुसेना की ताकत को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाली घातक जोड़ी हैं। मेटेओर मिसाइल, जो 200 किलोमीटर तक दुश्मन के विमान को निशाना बना सकती है, राफेल जेट्स की मारक क्षमता को कई गुना बढ़ा देती है। यह यूरोपीय रक्षा कंपनी MBDA द्वारा विकसित की गई है और इसे दुनिया की सबसे उन्नत बियोंड विजुअल रेंज (BVR) एयर-टू-एयर मिसाइल माना जाता है।
परिचय

राफेल फाइटर जेट भारतीय वायुसेना के सबसे ताकतवर विमानों में से एक हैं। इसमें मेटेओर मिसाइलों के जुड़ने से इसकी क्षमता और भी बढ़ जाएगी।
मेटियोर मिसाइल की विशेषताएं
मेटेओर मिसाइल 200 किलोमीटर दूर तक दुश्मन के विमान को निशाना बनाने में सक्षम है। इसमें रामजेट इंजन और एडवांस्ड रडार सिस्टम लगे हैं।
मारक क्षमता और लिमिटेशन
यह मिसाइल तेज गति से उड़ती है और इसका ‘नो एस्केप जोन’ दुश्मन के लिए बेहद खतरनाक है। यह मिसाइल बिना लक्ष्य नजर आए भी दुश्मन विमान को निशाना बना सकती है।
भारतीय वायुसेना में शामिल
भारत ने 36 राफेल विमानों के लिए मेटेओर मिसाइलों का ऑर्डर दिया है और जल्द ही नौसेना के 26 राफेल विमानों में भी इसे शामिल किया जाएगा।
रणनीतिक महत्व
मेटेओर मिसाइल की लंबी रेंज और
सटीकता से भारतीय वायुसेना की
शक्ति बढ़ेगी, जिससे भारत को
क्षेत्रीय तनाव में बढ़त मिलेगी।
तकनीकी उन्नति
यह मिसाइल नेटवर्क-बेस्ड वॉरफेयर
के तहत ग्राउंड कंट्रोल और
अन्य जेट्स के साथ रीयल टाइम
डेटा शेयर कर आपरेशन करती है।
पाकिस्तान और चीन पर प्रभाव
मेटेओर के आने से पाकिस्तान और चीन की वायुसेना को चुनौती
बढ़ेगी, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा दोगुनी होगी।










