Sachin Tendulkar : 2025 में सचिन तेंदुलकर की कुल संपत्ति ₹1,400 करोड़ तक पहुँच गई है! जानें – क्रिकेट के भगवान की कमाई, ब्रांड डील्स, बिज़नेस, कार कलेक्शन और लक्ज़री लाइफस्टाइल की पूरी जानकारी
Sachin Tendulkar : सचिन तेंदुलकर की कुल संपत्ति 2025 में कितनी है?
सचिन तेंदुलकर की कुल संपत्ति 2025 में लगभग ₹1,400 करोड़ (लगभग $170 मिलियन) आंकी गई है, जिससे वे दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर बने हुए हैं।
सचिन तेंदुलकर की कुल संपत्ति 2025 में कितनी है?

2025 तक सचिन तेंदुलकर की नेट वर्थ ₹1,400 करोड़ ($170 मिलियन से भी ज्यादा) आंकी गई है।
विश्व क्रिकेट में वे सबसे अमीर रिटायर्ड खिलाड़ी हैं, जिनकी संपत्ति लगातार बढ़ रही है।
क्रिकेट के भगवान की कमाई के स्त्रोत
सचिन तेंदुलकर की आमदनी क्रिकेट करियर, ब्रांड एंडोर्समेंट, बिज़नेस इन्वेस्टमेंट, प्रॉपर्टी, और सोशल मीडिया से आती है।
उन्होंने केरल ब्लास्टर्स FC जैसी फुटबॉल टीम में भी निवेश किया है।
सचिन के आलीशान घर और लाइफस्टाइल
मुंबई के बांद्रा में 6 मंजिला सचिन का बंगला उसकी लग्ज़री लाइफस्टाइल दर्शाता है।
उनके पास कई महंगी गाड़ियाँ और प्रॉपर्टीज़ भी हैं।
ब्रांड एंडोर्समेंट्स से करोड़ों की कमाई
सचिन Adidas, BMW, Pepsi, और MRF जैसे बड़े ब्रांड्स के साथ करोड़ों की एंडोर्समेंट डील करते हैं।
यह उनकी संपत्ति बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है।
बिज़नेस और निवेश में समझदारी
सचिन ने कई कंपनियों में निवेश कर रखा है और खुद का रेस्टोरेंट भी शुरू किया।
उनका इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो लगातार बढ़ रहा है।
सचिन का सोशल मीडिया इम्पैक्ट
क्रिकेट से रिटायर होने के बाद सचिन इंस्टाग्राम, ट्विटर, और फेसबुक पर एक्टिव हैं।
सोशल मीडिया ब्रांड प्रमोशन से वे लाखों कमा रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर की सफलता में परिवार का योगदान
सचिन की सफलता के पीछे उनकी पत्नी अंजलि और परिवार का बड़ा योगदान है।
उनके बेटे अर्जुन भी अब प्रोफेशनल क्रिकेटर बन गए हैं।
सबसे अमीर भारतीय क्रिकेटर का खिताब
2025 तक सचिन तेंदुलकर “भारत का सबसे अमीर क्रिकेटर” बने हुए हैं।
उनकी संपत्ति लगातार कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
कंपैरिजन: धोनी, विराट और सचिन
जहाँ धोनी की संपत्ति करीब ₹1,070 करोड़ है, वहीं विराट कोहली की नेटवर्थ ₹787 करोड़ के आसपास है।
सचिन इन दोनों से कहीं आगे हैं।
निवेश और भविष्य की योजनाएं
सचिन क्रिकेट कोचिंग, खेल शैक्षणिक संस्थान, और युवाओं के लिए खुद के फंड में निवेश कर रहे हैं। उनकी रणनीति उन्हें सिर्फ खिलाड़ी नहीं, एक ग्लोबल आइकन भी बनाती है।