दिल्ली ब्लास्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 200 से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे और 15 संदिग्धों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई आतंकियों के खिलाफ सख्त वारदातों को रोकने के लिए तेज की गई है।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद जम्मू कश्मीर जम्मू-कश्मीर पुलिस की बड़ी कार्रवाई 200 से अधिक जगहों पर छापे और आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़
#दिल्ली ब्लास्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 200 से अधिक जगहों पर छापेमारी की और एक बड़े आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जिससे आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई जारी है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कुलगाम जिले में ही 200 से अधिक जगहों पर छापे मारे और साथ ही शोपियां, बांदीपोरा तथा रामबन के कई संवेदनशील इलाकों में भी तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई मुख्य रूप से प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) संगठन के सदस्यों और उनके सहयोगियों को निशाना बनाकर की गई है। पुलिस ने इन ठिकानों से संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।
दिल्ली ब्लास्ट की घटना

10 नवंबर 2025 को दिल्ली के पुराने शहर क्षेत्र में लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास एक भारी विस्फोट हुआ। इस धमाके में 13 लोगों की मौत और कई अन्य घायल हुए।
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद स्थानीय और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर व्यापक छापेमारी और जांच अभियान शुरू किया।
जम्मू-कश्मीर में 200 से ज्यादा छापे
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 200 से अधिक ठिकानों पर रेड किया, जहां आतंक से जुड़े संदिग्धों की तलाश की गई।
15 संदिग्ध गिरफ्तार
पुलिस ने इस कार्रवाई के तहत कुल 15 संदिग्धों
को गिरफ्तार किया जिनका आतंकवादी संगठनों से संबंध बताया जा रहा है।
आतंकी डॉक्टर टेरर मॉड्यूल का खुलासा
जांच में ‘डॉक्टर टेरर मॉड्यूल’ के नाम से एक
आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ,
जो विस्फोट की योजना में शामिल था।
व्यापक तलाशी अभियान के उद्देश्य
इस अभियान का मकसद खतरे को भांपना,
आतंकवादी संपर्कों का पता लगाना और
भविष्य के हमलों को रोकना था।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की अपील
सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों
की सूचना देने की अपील की है, साथ
ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।





