योगी कैबिनेट ने 19 प्रस्ताव पास किए, अयोध्या में 52 एकड़ पर बनेगा विश्व स्तरीय राम मंदिर संग्रहालय। टाटा सन्स CSR से बनाएगा, सनातन परंपरा और वास्तुकला को समर्पित। पर्यटन-रोजगार को बूस्ट!
योगी कैबिनेट ने 19 प्रस्ताव पास किए ऐतिहासिक फैसला अयोध्या को मिली राम मंदिर संग्रहालय की सौगात
यह संग्रहालय भव्य और अत्याधुनिक होगा, जिससे राम मंदिर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक नई सौगात मिली है। यह फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया है। इस प्रस्ताव के साथ अन्य विभागों के 19 प्रस्ताव भी स्वीकृत हुए हैं, जिनमें खिलाड़ियों को ड्यूटी अवधि में प्रतियोगिताओं का समय शामिल करना भी शामिल है योगी कैबिनेट ने मंगलवार को अपनी बैठक में 19 प्रस्ताव मंजूर किए, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक फैसला अयोध्या में भव्य और विश्वस्तरीय राम मंदिर संग्रहालय के निर्माण का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अयोध्या को 52 एकड़ जमीन नि:शुल्क दी गई है
परिचय

योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 19 महत्वपूर्ण प्रस्ताव मंजूर हुए, जिनमें अयोध्या में राम मंदिर संग्रहालय प्रमुख है। यह संग्रहालय सनातन धर्म की विरासत को संजोएगा।
मुख्य निर्णय
52.102 एकड़ भूमि आवंटित, पहले 25 एकड़ से दोगुना क्षेत्र। टाटा सन्स CSR फंड से निर्माण और संचालन करेगा।
परियोजना का स्वरूप
वेद-पुराण, भारतीय वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासत प्रदर्शित होगी। युवा पीढ़ी के लिए आधुनिक तकनीक से डिजाइन।
एमओयू विवरण
सितंबर 2024 में केंद्र, यूपी सरकार और टाटा के बीच त्रिपक्षीय समझौता। SPV के जरिए गैर-लाभकारी संचालन।
पर्यटन प्रभाव
राम मंदिर के बाद रोजाना 2-4 लाख पर्यटक, संग्रहालय
से रोजगार और राजस्व बढ़ेगा। अयोध्या बनेगा वैश्विक केंद्र।
अन्य फैसले
खिलाड़ियों को ट्रेनिंग अवधि ड्यूटी मानने का लाभ,
दिव्यांग पुनर्वास केंद्र हर मंडल में।
भविष्य की संभावनाएं
यह कदम अयोध्या को सांस्कृतिक हब बनाएगा
, धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई देगा।






